Absolutely true story of this era|इस जमाने का बिलकुल सच्चा वाकिआ :

इस जमाने का बिलकुल सच्चा वाकिआ :


सन १४१९ हिजरी यानी सन १९९८ का वाकिआ है कि एक साहब जुमे की नमाज के बाद मेरे पास आये और फरमाने लगे कि आज मेरे बेटे की बीवी तलाक मांग रही है । मैने पुछा कि किस वजह से क्या बात हुई ? तो उन्होंने बतया कि सिफ इस बात पर कि वह औरत यह तकाजा करती है और ऐब लगाती है अपने शौहर पर कि वह एक रात में चार बार मुबाशिरत नही कर पाते इनमें कमजोरी है । जिसकी वजह से मेरा और मेरे शौहर का निकाह नहीं हो सकता । बहरहाल इस जमाने में शौहर को अपनी बीवी की हमबिस्तरी की ख्वाहिश पुरी करनी जरुरी है और बहुत जरुरी है ।


Absolutely true story of this era:


There is a story of 1419 Hijri i.e. in the year 1998 that a sahib came to me after Friday prayers and started saying that today my son's wife is asking for divorce. I asked what happened because of what? So he told that there is weakness in him only on the fact that the woman makes this demand and imposes on her husband that he is not able to meet four times in a night. Because of which I and my husband cannot get married. However, in this era, it is necessary and very important for the husband to fulfill his wife's desire for companionship.

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