अगर मनी में जरासूम न हों तो उसका इलाज



अगर मनी में जरासूम न हों तो उसका इलाज

कुछ आदमियों की मनी में जरासूम (शूव्रâाणू) न होने से औलाद पैदा नहीं होती। और उससे नस्ल भी आगे नहीं बढती । इसकी पहचान यह होती है कि मनी को माइव्रâोस्कोप से देखा जाए, तो उसमें जरासूम नही होते । ऐसे लोगों के खुस्ये (अंडकोष) सिरे से मौजूद ही नहीं होते या अगर होते भी है तो बहुत छोटे-छोटे होते है या उनकी बनावट में फर्क होता है । कुछ लोगों को पैदाईश से ही यह बीमारी होती है जिसकी वजह से मनी में जरासूम नहीं होते । अगर यह बीमारी पैदाईश से है या बुढापे की वजह से है तो इसका इलाज नही है और अगर किसी दूसरी वजह से यह बीमारी है जैसे हम पहले बता चुके है कि मनी बनाने वाले अजू यानी दिल, दिमाग, गुर्दे, जिगर वगैरह है तो पहले उनकी सेहत को अच्छा बनायें उन आजा की कमजोरी को दूर करें फिर बाद में मनी कीडे (शुव्रâाणु) पैदा करने की दवा इस्तेमाल करें । इसकी अलग-अलग बहुत सी दवाएं है ।

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