मनी मेंं जरासूम (शुक्राणु पैदा करने का नुस्खा
किसी अच्छे हकीम को अपने हालात बताकर और उससे मश्वरा लेकर दवा इस्तेमाल करें ।
नोट :- हकीम की इजाजत के बगैर कोई दवा न बनायें ।
नुस्खा नंबर (१) : देशी मुर्गी के २० अंडों की जर्दी, मिसरी ४ तोला, अर्क बैदे मुश्क और ताजा पानी जरुरत के मुताबिक लेकर किवाम (चाश्नी) बना लें । जायफल जावित्री चार-चार माशा, जाफरान मुश्क एक-एक माशा बारीक करके मिला लें और दो-दो तोला दूध से सुबह व शाम खायें ।
नुस्खा नंबर (२) : भी फायदेमंद हैं : भुने हुए गेहूं का आटा मय भूसी के २०० ग्राम गाय के घी में भून लें और अर्क केवडा, अर्क बैदे मुश्क में मिसरी मिला कर किवाम कर लें । उसके बाद सालब मिसरी सात तोला, दाल चीनी एक तोला, मुश्क एक माशा, अम्बर एक माशा और पहले के पके हुए आटे में मिलाकर हलवा बना लें । दो तोला अर्क-ए-गजर के साथ खाएं ।
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